सरस्वती वंदना लिरिक्स इन हिंदी। मां सरस्वती वंदना Lyrics

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सरस्वती वंदना लिरिक्स इन हिंदी :-

दर्शन करती हूं मां चरणों पडती हूं मां :-

दर्शन करती हूं मां चरणों पडती हूं मां,
मैं अपना तन मन धन अर्पण करती हूं मां।
दे दो विद्या अपार, हो मेरी सरस्वती माता।
1) तेरे दर पर आई हूं, थाल सजाकर लाई हूं,
मां मुझको गले लगाना, मां भूल कभी न जाना।
दर्शन करती.....
2) तुम सबसे मां प्यारी हो, तुम सब की महतारी हो,
मुझको गले लगाना मां, भूल कभी ना जाना।
दर्शन करती.....


सरस्वती ज्ञान दे जाओ :-

सरस्वती ज्ञान दे जाओ,
 तेरा गुणगान गाती हूं - तेरा गुणगान गाती हूं।
1) सजाई मां तेरी गद्दी, सजाया साज गाने का,
हमें सुरताल दे जाओ, 
तेरा गुणगान गाती हूं - तेरा गुणगान गाती हूं।
सरस्वती ज्ञान......
2) बड़ी मझधार में नैया, मुझे तेरा सहारा है,
हमें कुछ ज्ञान दे जाओ,
तेरा गुणगान गाती हूं तेरा गुणगान गाती हूं।
सरस्वती ज्ञान......
3) बड़ी रंगीन महफ़िल है, बड़ा मौसम सुहाना है,
हमें कुछ ज्ञान दे जाओ,
तेरा गुणगान गाती हूं तेरा गुणगान गाती हूं।
सरस्वती ज्ञान......

नमन मां सरस्वती स्वर सजनी सजाने आजा :-

नमन मां सरस्वती स्वर सजनी सजाने आजा,
साज स्वर ताल से सरगम को सजाने आजा।
1) ज्ञान की देवी युग युग से तुझे माना है,
करके आराधना ऋषियों ने तुझे जाना है।
ज्ञान की देवी ओ -२ अज्ञान हटाने आजा,
साज स्वर ताल.....
2) कवि की कल्पना तेरे नूर को ना जान सके,
रवि की रोशनी तेरी हद को कभी पा ना सके।
सो गए ताल सभी ओ स्वर को जगाने आजा,
साज स्वर ताल.....
3) वंदना से तेरे स्वर सातों जगमगाते हैं,
तेरे एक नूर से पापी भी पार जाते हैं।
अपने दीदार को ओ आंखों से दिखाने आजा,
साज स्वर ताल.....


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