हरि भजन लिरिक्स इन हिंदी । सत्संग के लिए हरि भजन । भगवान के भजन हिंदी में:-
[1] Bhajan lyrics in hindi:-
हरि भजन करे तो सुख पायगारे,
नहि तो जनम जनम भटकायगारे ।। टेक ।।
भवसागर में नीर अपारा ।
हरिका नाम जहाज सुखारा ।
जपे जो निश्चय धार पार लगायगारे ।। १ ।।
माया जाल बडा है भारी ।
निकलन की नहि दूजी बारी ।
मानुषतन जबछूटे फिर पछतायगारे ।। २ ।।
चार दिवस का जगमें डेरा ।
क्या करता है मेरा मेरा ।
खाली आया था फिर खाली जायगारे ।। ३ ।।
सकल जगत का कर्ता स्वामी ।
घटघट का प्रभु अंतर यामी ।
ब्रह्मानंद सुमर नरदुख मिटायगारे ।। ४ ।।
[2] Bhajan lyrics in hindi:-
चलो चलो सखियां मिल जाइयेरे,
सतसंगत में हरिगुण गाइयेरे ।। टेक ।।
सतसंगत में लाभ घनेरा ।
जन्म जन्म का मिटे अंधेरा ।
परमेश्वर का दर्शन घट में पाइयेरे ।। १ ।।
सतसंगत महिमा अतिभारी ।
ऋषि मुनि वेद पुराण पुकारी ।
ज्ञान विवेक विचार सदा मन लाइयेरे ।। २ ।। चलो०
करे हजार जतन जो कोई,
सतसंगत बिन ज्ञान न होई ।
जप तप संयम साधन सफल कराइयेरे ।। ३ ।। चलो०
पापी नीच मूढ नर नारी ।
सब सुधरें सत संगत धारी ।
ब्रह्मानंद मनुज तन नही गमाइयेरे ।। ४ ।। चलो०
[3] Bhajan lyrics in hindi:-
दे दर्शन मोहे आज सांवरिया,
बिन दर्शन मन धीर न धरिया ।। टेक ।।
सांवरी सुरत मेरे दिल में समाई ।
खान पान तन सुध बिसराई ।
कलन पडत निशदिन पल घडिया ।। १ ।। दे द०
जिम चातक बर्षा बिन होई ।
हरि के मिलन बिन मम गति सोई ।
तडफ रही बिन नीर मछरिया ।। २ ।। दे द०
मेरे अवगुण नाथ विसारो ।
कर किरपा मम धाम पधारो ।
जनम जनम की में दास तुमरिया ।। ३ ।। दे द०
ब्रह्मानंद दरस की प्यासी ।
करुणा करो जान निजदासी ।
बार बार येहि मांग हमरिया ।। ४ ।।