हरि भजन लिरिक्स इन हिंदी । सत्संग के लिए हरि भजन । भगवान के भजन हिंदी में

Sanee Kumar
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हरि भजन लिरिक्स इन हिंदी ।  सत्संग के लिए हरि भजन  ।    भगवान के भजन हिंदी में:-

[1] Bhajan lyrics in hindi:-

हरि भजन करे तो सुख पायगारे,

नहि तो जनम जनम भटकायगारे ।। टेक ।। 

भवसागर में नीर अपारा । 

हरिका नाम जहाज सुखारा । 

जपे जो निश्चय धार पार लगायगारे ।। १ ।। 

माया जाल बडा है भारी । 

निकलन की नहि दूजी बारी । 

मानुषतन जबछूटे फिर पछतायगारे ।। २ ।।

चार दिवस का जगमें डेरा । 

क्या करता है मेरा मेरा । 

खाली आया था फिर खाली जायगारे ।। ३ ।।

सकल जगत का कर्ता स्वामी । 

घटघट का प्रभु अंतर यामी । 

ब्रह्मानंद सुमर नरदुख मिटायगारे ।। ४ ।।

[2] Bhajan lyrics in hindi:-

चलो चलो सखियां मिल जाइयेरे, 

सतसंगत में हरिगुण गाइयेरे ।। टेक ।।

सतसंगत में लाभ घनेरा । 

जन्म जन्म का मिटे अंधेरा । 

परमेश्वर का दर्शन घट में पाइयेरे ।। १ ।।

सतसंगत महिमा अतिभारी । 

ऋषि मुनि वेद पुराण पुकारी । 

ज्ञान विवेक विचार सदा मन लाइयेरे ।। २ ।। चलो० 

करे हजार जतन जो कोई, 

सतसंगत बिन ज्ञान न होई । 

जप तप संयम साधन सफल कराइयेरे ।। ३ ।। चलो० 

पापी नीच मूढ नर नारी । 

सब सुधरें सत संगत धारी । 

ब्रह्मानंद मनुज तन नही गमाइयेरे ।। ४ ।। चलो० 


[3] Bhajan lyrics in hindi:-

दे दर्शन मोहे आज सांवरिया,

बिन दर्शन मन धीर न धरिया ।। टेक ।।

सांवरी सुरत मेरे दिल में समाई । 

खान पान तन सुध बिसराई । 

कलन पडत निशदिन पल घडिया ।। १ ।। दे द० 

जिम चातक बर्षा बिन होई । 

हरि के मिलन बिन मम गति सोई । 

तडफ रही बिन नीर मछरिया ।। २ ।। दे द० 

मेरे अवगुण नाथ विसारो । 

कर किरपा मम धाम पधारो । 

जनम जनम की में दास तुमरिया ।। ३ ।। दे द० 

ब्रह्मानंद दरस की प्यासी । 

करुणा करो जान निजदासी । 

बार बार येहि मांग हमरिया ।। ४ ।।


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