सतगुरु भजन हिंदी लिखित में | सतगुरु भजन लिखित में | सत्संग भजन लिखित में

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सतगुरु भजन हिंदी लिखित में । सतगुरु भजन लिखित में । सत्संग भजन लिखित में।

सतगुरु भजन हिंदी लिखित में (1) :-

तेरे सेवक रास्ता देखे -२

कब आओगे सतगुरु प्यारे -२ 

देर हुई क्यों तुम नहीं आए? कब से दास पुकारे

कब आओगे...

दूर प्रभु का देश तुम्हारा

पहुंचा नहीं संदेश हमारा

कृपाल प्रभु जी जल्दी आओ तरसे नयन हमारे

कब आओगे....

ऐसा ना हो कि तुम ना आओ

अरज भक्तों की सुन ना पाओ

तड़प-तड़प के तरस-तरस के मर जाएंगे ये बेचारे

कब आओगे.....

अभिनंदन कर जोर करूं मैं

चरणों में प्रभु के शीश धरूं मैं

आज सहारा दे दे हमको लग जाए नाव किनारे

कब आओगे......


सतगुरु भजन हिंदी लिखित में (2) :-

      लगा लो गुरु से लगन धीरे-धीरे

      प्रभु जी मिलेंगे हमें धीरे-धीरे

(1) कोई काम दुनिया में मुश्किल नहीं है

     जो करते रहोगे पालन धीरे-धीरे....

(2) प्रभु के भजन बिना कोई ना हमारा

     जो करते रहोगे भजन धीरे-धीरे....

(3) आत्मज्ञान बिना सूना है जीवन

      ज्ञान गुरु से मिले धीरे-धीरे....

(4) सतगुरु शरण में सबका ठिकाना

     पार करेंगे हमें धीरे-धीरे....

(5) दास मदन की हरदम यह विनती

     जो करते रहोगे मिलन धीरे-धीरे...



सतगुरु भजन हिंदी लिखित में (3) :-

      सतगुरु तुम्हारे प्यार ने जीना सिखा दिया

      दुनिया की ठोकर होने तेरे दर पे ला दिया

(1) भूले हुए थे रास्ता भटके हुए थे हम-२

      किस्मत ने हमको आपका दर्शन करा दिया

      दुनिया की ठोकरों ने तेरे दर पे ला दिया

      सतगुरु.....

(2) जिसने किसी का आज तक सिजदा नहीं किया

      उस सर को मैंने आपके दर पे झुका दिया

     दुनिया.....

(3) रहते हैं जलवे आपकी नजरों में हर घड़ी

     मस्ती का जाम आपने ऐसा पिला दिया

     दुनिया.....

(4) जिस दिल से मुझको आपने अपना बना लिया

     दोनों जहां को मैंने तब से भुला दिया

     दुनिया.....


सतगुरु भजन हिंदी लिखित में (4) :-

     जब उसे सतगुरु का इशारा मिल गया

     हम को जीने का सहारा मिल गया 

(1) जग जलधि में नाव थी चकरा रही

     भ्रम भंवर में फंस के गोते खा रही

     अब भवानिक का किनारा मिल गया

     हमको जीने....

(2) हे महा महिमा मेरे आराध्य की

     सब सम रचाये सहज ही साध्य की

     मुर्दों को जीवन दुबारा मिल गया

     हमको जीने...

(3) अब सफर में हम सफर भी साथ हैं

      साथ मेरे नाथ का शुभ हाथ है

     दिल में ही दिल का दुलारा मिल गया

     हमको जीने.....

(4) कौन हूं? मैं किस तरह संसार है?

     ब्रह्म क्या? माया का क्या विस्तार है?

     गुरु कृपा से भेद सारा खुल गया

     हमको जीने....

(5) हम मिले हमको हमारी शोध से

     परमानंद पाया पिता तम बोध से

     हम में ही हमको हमारा मिल गया

     हमको जीने....


सतगुरु भजन हिंदी लिखित में (5) :-

     प्यारे सतगुरु को मनाने आ गए

     दास्तान दिल की सुनाने आ गए

(1) हाथ में लेकर यह भेंट प्यार की

     फूल श्रद्धा के चढ़ाने आ गए

     प्यारे.....

(2) मैंने माना कि मैं गुनहगार हूं

     बख्स दो सर को झुकाने आ गए

     प्यारे.....

(3) जैसा भी खोटा खरा दर आ गया

     नाम का हम जाम पीने आ गए

     प्यारे.....


गुरु की आराधना करने के लिए हमने सतगुरु भजन हिंदी में लिखित आपके लिए इस पोस्ट के माध्यम से साझा किए हैं आशा करता हूं कि आपको ये भजन सतगुरु के सत्संग में गाने के लिए पसंद आए होंगे अगर आपको और भजन चाहिए तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं धन्यवाद!



















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