राधा कृष्ण भजन लिरिक्स इन हिंदी | कृष्णा के ढोलक वाले गीत

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राधा कृष्ण भजन लिरिक्स इन हिंदी | कृष्णा के ढोलक वाले गीत 



राधा कृष्ण भजन लिरिक्स

राधिका का मन यादों में

जन्मों का है ये सिलसिला खो गया है वो ख्वाबों में-२

कैसा हाल है ना ख्याल है बन गया है दीवाना है

नंद गांव का ब्रज के प्यार का बन गया है अफसाना ये

प्रेम से बोल के श्री कृष्णा राधे इनका पूछो पता 

राधे कृष्ण सुन जरा

सारे ही ब्रज में ओ कृष्णा याद तेरी आती है

पर याद करके रो-२ के हमको बहुत ही रुलाती है-२

प्रीत का नहीं टूटता कभी सिलसिला तेरा ओ कृष्ण

देखो तो जरा इनको है मिला प्यार का सिला जीने का

तू ही तो बता तेरे तो बिना एक पल गुजरता है क्या


कृष्ण भजन लिरिक्स (1)

कृष्ण कन्हैया बंसी बजैया तरस रहा है मन

दरस तू दे दे किशन

ध्यानु चरैया बरस रहे हैं नयन दरस दे दे किशन

पिंजरे में बंद पंछी प्राणों को रो रहा

हाल जगत में इसका क्या हो रहा

मुक्ति दिलाएगा तू मन में ये आस है देर ना कर

आजा घुट रही है सांस है

प्राण यह जब तन छोड़ें जब हो तू सामने कृष्णा

तू ही जीवन की ये डोर थाम ले

नंद के छैया लाल रसिया पूरे कर दे स्वप्न

दरस तू दे दे किशन


कृष्ण भजन लिरिक्स (2)

कृष्ण उद्धार कर देगा

नैया वो पार देगा धरती पे आएगा मोहन

फिर से अवतार धर लेगा-२

कृष्णा उद्धार कर देगा

जो बना बेचारा है वो जहां में हारा है-२

जो ना माने भगवान को वो ही बेसहारा है

कृष्ण आधार दे देगा कृष्णा उद्धार कर देगा

नैया वो पार कर देगा

प्यारा कृष्ण मुरारी है गोवर्धन गिरधारी है-२

उसने गीता ज्ञान दिया उसकी लीला न्यारी है

गीता का सार फल देगा

कृष्णा उद्धार कर देगा नैया वो पार कर देगा

धरती पे आएगा

अनगिनत हैं उपकार किए मानव हमें बनाया तूने

मंजिल भी दिखलाई राही हमें बनाया तूने

सुख में संसार कर देगा कृष्णा उद्धार कर देगा


कृष्ण भजन लिरिक्स (3)

मैया जिसकी यशोदा जी है नंद बाबा का वो लाल है-२

कंस ने दैत्य भेजे कई गोकुल मगर

उन सभी की उलट दी चाल है

मैया जिसकी यशोदा

बंसी सुनते ही ये तन मन चले जाते हैं वहां-२

मन में मथुरा ही बसा है तन भी गोकुल है यहां

मनमोहन हे मुरलीधर

किशन कन्हैया हे नटवर

वो ही रखता सभी का ख्याल है

मैया जिसकी यशोदा जी है

नंद बाबा


कृष्ण भजन लिरिक्स (4)

बृज में कान्हा की पुकार है 

जग में कान्हा की पुकार है-२ 

कह रही है भक्तों की जुबां बस तुम्हारा इंतजार है-२ 

ढूँढ़ते है हम तुमको दरबदर जाने कब कहाँ पे दरश दोगे प्रभु वर 

हम हैं बेखबर तुम हो किधर ढूँढ़े

दरबदर फिर भी तुम हो बेअसर

अब ना तुमसे दूर होंगे हम 

बस तुम्हारा ही तो प्यार है-२ 

बृज में कान्हा -

पूजते हैं हम तुमको गिरधर तेरे सिवा ना कोई दूजा हम सफर

तुम्हारे ख्याल में हाल है बुरा हमारा ऐसे हाल में

मथुरा वृंदावन गांव घर-घर में लीला तेरी अपार है-२

कह रही है भक्तों की जुबां बस तुम्हारा इंतजार है

मथुरा हो चाहे वृंदावन चाहे बरसाने हो चाहे गोवर्धन

चाहे निधिवन चाहे मधुबन तरसे नैना भक्तों के देखने को मन

रास रचैया तू ही कण-कण जमुना के आर पार है-२

कह रही है भक्तों की जुबां


कृष्ण भजन लिरिक्स (5)

किशन का नाम लेने से नहीं ये मन भटकता है

ये मुमकिन कभी हमको कहीं गोपाल मिल जाए-२

कन्हैया के ख्वाबों में हमेशा मन ही रहता है

ये मुमकिन कभी.....

नंद का दुलारा है ये यशोदा का प्यारा

सबके ही मन को मोहे कन्हैया हमारा-२

देखे जिधर भी हम हैं नजर तू ही आए

तुझ में ही तन में है ये जग है सारा

किशन मय होके जीते जो दरस उनको ही मिलता है

ये मुमकिन कहीं हमको....

किशन का नाम लेने....

बाल कन्हैया बनके आज बुलाएं 

माखन मिश्री मेवा तुझको खिलाएं-२

आंगन में होए पलना पलना में सोए तू

पलना सुला के लोरी हम गाए

तेरी मर्जी के बिन मोहन ना ये दिल भी धड़कता है

ये मुमकिन है....






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