माता रानी के भजन लिरिक्स हिंदी में। देवी मैया के गीत ढोलक वाले।

Admin
0

माता रानी के भजन लिरिक्स हिंदी में। देवी मैया के गीत ढोलक वाले।

माता रानी के भजन लिरिक्स हिंदी में भारतीय संस्कृति में श्रद्धा और भक्ति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। यह भजन न केवल पूजा-अर्चना का एक साधन हैं, बल्कि भक्तों के दिल की गहराइयों से निकले प्रेम और आस्था की अभिव्यक्ति भी करते हैं। हर एक भजन में माता रानी की महानता, उनके गुण, और उनके प्रति समर्पण का विशेष उल्लेख होता है। भक्त जब माता रानी के भजन गाते हैं, तो ढोलक की थाप और अन्य संगीत यंत्रों के साथ मिलकर वातावरण में एक दिव्य ऊर्जा का संचार होता है। यह अनुभव भक्तों को मानसिक शांति और सकारात्मकता प्रदान करता है, जिससे वे अपनी समस्याओं और चुनौतियों का सामना करने के लिए और भी प्रेरित होते हैं।

भक्ति गीतों की परंपरा भारत के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग रूपों में प्रचलित है। माता रानी के भजनों में भक्ति की गहराई और सरलता का एक अनूठा समन्वय देखने को मिलता है। विभिन्न संगीतकारों और गायकों ने अपने-अपने अंदाज में इन भजनों को गाकर उन्हें और भी लोकप्रिय बनाया है। इस लेख में हम माता रानी के कुछ प्रसिद्ध भजनों के बोल, उनके अर्थ, और उनमें छिपी भावनाओं का विश्लेषण करेंगे, ताकि हम सभी मिलकर इस दिव्य प्रेम का अनुभव कर सकें।



भजन (1)

लगता है पहाड़ों में दरबार मेरी माता, 

बंँटता है हजारों में एक प्यार मेरी माता -२

आंखें तो जमाने में, सबको ही मिली लेकिन -४

होता है नसीबों से, दीदार मेरी माता।

बंटता है हजारों.....

विश्वास के कांटों पे, चल कर तो जरा देखो -४

सदियों से महकता है गुलजार मेरी माता -२

बंटता है हजारों में एक प्यार मेरी माता -२

लगता है.....

भजन (2)

कैसे करूं तेरी सेवा ओ अंबे रानी -२

जल से करूं तो वो नहीं सच्चा,

वो मछली का जूठा, ओ अंबे रानी....

फूलों से करूं तो वो नहीं सच्चा,

वो भंवरे का जूठा, ओ अंबे रानी....

दूध से करूं तो वो नहीं सच्चा,

वो बछड़े का जूठा, ओ अंबे रानी....

फल से करूं तो वो नहीं सच्चा,

वो पक्षी का जूठा, ओ अंबे रानी....


भजन (3)

मैया मेरी जगदंबे, मैं आई तेरे दर पे।

मन का विश्वास मेरा, मुझे लाया तेरे दर पे।

मैया मेरी....

भावों से भरी मैया, बड़ी भोली सूरत है।

हमने सुना है मां, स्नेह की मूरत है।

अपने आंसू का जल, बरसाया तेरे दर पे।

मैया मेरी....

कैसा गीत मेरी छाया, कुछ भी ना नजर आए।

जिसने है भटकाया, हम कौन डगर आए।

रोयी तेरे चरणों में, बिलखाई तेरे दर पे।

मैया मेरी....

दानी है दयालु है, देती है दया अंबे।

अब हाथ तेरे जीवन, मैं हार गई अंबे।

जिसने भी जो चाहा, वह पाया तेरे दर पे।

मैया मेरी....


भजन (4)

दो पंख दिए होते, हो मां पंख दिए होते।

तो उड़ के आती, तेरे दरबार मां।

तेरे चरणों में गिर के, मैं लेती जन्म सुधार मां।

दो पंख....

तेरी भक्ति की ज्योति से, अंधकार मेरा मिटता।

तेरी भक्ति गंगा में, मन दर्पण यह धुलता।

इन प्यासे नैनों से, हो मां प्यासे नैनों से।

मैं करती हर पल, तेरा दीदार मां।

तेरे चरणों में गिरके...


माता रानी के भजन लिरिक्स हिंदी में न केवल हमारे धार्मिक जीवन का हिस्सा हैं, बल्कि ये हमारी संस्कृति और परंपराओं का भी प्रतिनिधित्व करते हैं। इन भजनों में छिपी भक्ति, प्रेम और समर्पण की भावना हमें हर मुश्किल समय में संबल देती है। जब हम ढोलक की थाप पर माता के भजन गाते हैं, तो यह केवल संगीत नहीं होता, बल्कि यह हमारी आस्था और श्रद्धा का एक प्रकट रूप होता है।

माता रानी के भजन हमारे मन में सुकून और संतोष का अनुभव कराते हैं। ये भजन भक्तों को एकत्रित करते हैं, समुदाय का निर्माण करते हैं, और सामूहिक श्रद्धा का प्रतीक बनते हैं। हर भजन के बोल हमें एक नई सीख देते हैं और हमें प्रेरित करते हैं कि हम अपने जीवन में अच्छे कार्य करें और हमेशा सच्चाई की राह पर चलें

इन भजनों के माध्यम से हम अपने दिल की गहराइयों से माता रानी के प्रति अपनी भक्ति प्रकट करते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त करने की कामना करते हैं। भक्ति के इस सागर में गोताखोरी करते हुए, हम सभी को माता रानी की कृपा सदैव प्राप्त होती रहे। इस तरह, माता रानी के भजन न केवल एक संगीत का हिस्सा हैं, बल्कि हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जो हमें सच्चे प्रेम और भक्ति के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं।




 

एक टिप्पणी भेजें

0टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें (0)
CLOSE ADS