माता रानी के भजन लिरिक्स हिंदी में। देवी मैया के गीत ढोलक वाले।
भजन (1)
लगता है पहाड़ों में दरबार मेरी माता,
बंँटता है हजारों में एक प्यार मेरी माता -२
आंखें तो जमाने में, सबको ही मिली लेकिन -४
होता है नसीबों से, दीदार मेरी माता।
बंटता है हजारों.....
विश्वास के कांटों पे, चल कर तो जरा देखो -४
सदियों से महकता है गुलजार मेरी माता -२
बंटता है हजारों में एक प्यार मेरी माता -२
लगता है.....
भजन (2)
कैसे करूं तेरी सेवा ओ अंबे रानी -२
जल से करूं तो वो नहीं सच्चा,
वो मछली का जूठा, ओ अंबे रानी....
फूलों से करूं तो वो नहीं सच्चा,
वो भंवरे का जूठा, ओ अंबे रानी....
दूध से करूं तो वो नहीं सच्चा,
वो बछड़े का जूठा, ओ अंबे रानी....
फल से करूं तो वो नहीं सच्चा,
वो पक्षी का जूठा, ओ अंबे रानी....
भजन (3)
मैया मेरी जगदंबे, मैं आई तेरे दर पे।
मन का विश्वास मेरा, मुझे लाया तेरे दर पे।
मैया मेरी....
भावों से भरी मैया, बड़ी भोली सूरत है।
हमने सुना है मां, स्नेह की मूरत है।
अपने आंसू का जल, बरसाया तेरे दर पे।
मैया मेरी....
कैसा गीत मेरी छाया, कुछ भी ना नजर आए।
जिसने है भटकाया, हम कौन डगर आए।
रोयी तेरे चरणों में, बिलखाई तेरे दर पे।
मैया मेरी....
दानी है दयालु है, देती है दया अंबे।
अब हाथ तेरे जीवन, मैं हार गई अंबे।
जिसने भी जो चाहा, वह पाया तेरे दर पे।
मैया मेरी....
भजन (4)
दो पंख दिए होते, हो मां पंख दिए होते।
तो उड़ के आती, तेरे दरबार मां।
तेरे चरणों में गिर के, मैं लेती जन्म सुधार मां।
दो पंख....
तेरी भक्ति की ज्योति से, अंधकार मेरा मिटता।
तेरी भक्ति गंगा में, मन दर्पण यह धुलता।
इन प्यासे नैनों से, हो मां प्यासे नैनों से।
मैं करती हर पल, तेरा दीदार मां।
तेरे चरणों में गिरके...
माता रानी के भजन लिरिक्स हिंदी में न केवल हमारे धार्मिक जीवन का हिस्सा हैं, बल्कि ये हमारी संस्कृति और परंपराओं का भी प्रतिनिधित्व करते हैं। इन भजनों में छिपी भक्ति, प्रेम और समर्पण की भावना हमें हर मुश्किल समय में संबल देती है। जब हम ढोलक की थाप पर माता के भजन गाते हैं, तो यह केवल संगीत नहीं होता, बल्कि यह हमारी आस्था और श्रद्धा का एक प्रकट रूप होता है।